एंडोमेट्रियोसिस – लक्षण, निदान, और इलाज (Endometriosis)

एंडोमेट्रियोसिस क्या है? (Endometriosis meaning in hindi)

यह एक दर्दनाक बीमारी है जोह महिला के गर्भाशय में पायी जाती है। एंडोमेट्रियोसिस (endometriosis) एक विकार है जिसमें आपके गर्भाशय के बाहर बढ़ता है। आपके गर्भाशय के अस्तर को एंडोमेट्रियम कहा जाता है। एंडोमेट्रियोसिस में आमतौर पर आपके अंडाशय, फैलोपियन ट्यूब और आपके लिम्फ नोड्स में पाया जा सकता है।

आजकल यह ३० उम्र कम के लड़कियों में होना का खतरा ज्यादा होता है और इसके कारन जिन लोगो को बच्चा नहीं हो रहा है मतलब उन्हें इनफर्टिलिटी है या फिर बच्चा का प्लान नहीं किया है (nulliparous) इन दोनों में भो एंडोमेट्रियोसिस होने की संभावना ज्यादा होती है। तकरीबन १०० में से ३०-४० महिला को इनफर्टिलिटी का मुख्य कारण एंडोमेट्रियोसिस को बताया है।

Endometrial meaning in hindi

एंडोमेट्रियल का अर्थ अन्तर्गर्भाशयकला है, यह बीमारी महिला के गर्भाशय और आस पास पायी जाती है।

एंडोमेट्रियोसिस के लक्षण

  • एंडोमेट्रियोसिस में सबसे सामान्य लक्षण में से एक यह होता है की जब महिला के पीरिड्स के समय अधिक दर्द उत्पन होने लगता है। ज्यादातर महिला पीरिड्स के इस दर्द को नज़र अंदाज़  करती है उसके कारन उन्हें भविष्य में इनफर्टिलिटी जैसे रोग को सामना करना पढ़ सकता है। 
  • संभोग करते वक्त ज्यादा दर्द उत्पन होना। 
  • शौच करते समय या फिर पिशाब करते समय दर्द या खून निकलना यह भी एंडोमेट्रियोसिस के लक्षण में से एक है। 
  • आपकी मासिक साइकिल Irregular हो जाती है। 
  • सबसे महत्वपूर्ण लक्षण यह है की ज्यादातर पेशेंट्स को शिकायत होती है की मासिक धर्म के दौरान दर्द हो जाता है। 

तोह यह सब एंडोमेट्रियोसिस के लक्षण ज्यादातर महिलाओं में पाए जाते है। 

एंडोमेट्रियोसिस का निदान

कई मामलों में, एंडोमेट्रियोसिस निदान आपके लक्षणों के साथ शुरू किया जा सकता है। जैसे की दर्द और irregular periods 

  1. Pelvic Examination – Pelvic Exam के दौरान, आपके डॉक्टर प्रजनन अंगों पर अल्सर या आपके गर्भाशय के पीछे निशान महसूस करता है।  आमतौर एंडोमेट्रियोसिस के छोटे क्षेत्रों को महसूस करना संभव नहीं होता है जब तक वह cyst पर न बने हो।
  2. Ultrasound – अल्ट्रासाउंड tissue के बड़े clumps दिखा सकते हैं जो एंडोमेट्रियोसिस के संभावित संकेत हैं। अल्ट्रासाउंड अंडाशय के एंडोमेट्रियोसिस की पहचान करने में भी बहुत अच्छा विकल्प होता हैं। लेकिन अल्ट्रासाउंड tissue के छोटे टुकड़े नहीं दिखा सकता जो एंडोमेट्रियोसिस के संकेत भी हो सकते हैं।
  3. Laparoscopy – एंडोमेट्रियोसिस का निदान लेप्रोस्कोपी द्वारा भी किया जाता है। लैप्रोस्कोपी के दौरान, लैप्रोस्कोप को पेट में एक छोटे से चीरे से गुजारा जाता है और एंडोमेट्रियोसिस है या नहीं देखा जा सकता है।
  4. MRI  – एमआरआई छोटे साइज के एंडोमेट्रियोसिस का पता लगाने में मदद कर सकता है, खासकर आंत्र और pelvic लिगामेंट्स में। 

एंडोमेट्रियोसिस का इलाज:-

एंडोमेट्रियोसिस का इलाज उस महिला के size, उम्र, जगह, स्टेजेस और उसकी अवधि पर निर्भर रहता है।  वैसे तोह एंडोमेट्रियोसिस का कोई इलाज नहीं है, लेकिन इसके कारण होने वाले लक्षणों और समस्याओं के लिए उपचार उपलब्ध हैं। 

  • Medicine – आमतौर पर डॉक्टर मरीज को जैसे नॉनस्टेरॉइडल एंटी-इंफ्लेमेटरी ड्रग्स इबुप्रोफेन या फिर नेप्रोक्सन सोडियम जैसे दर्द को कम करने वाली दवाओं का सेवन करने को बोलते है ।
  • Hormone therapy – हार्मोनल थेरेपी शरीर द्वारा बनने वाले एस्‍ट्रोजन की मात्रा को कम करता है और पीरियड्स को रोक सकती है। इससे घाव से खून कम निकलता है और आपको ज्‍यादा सूजन, स्‍कार और सिस्‍ट नहीं बनती।
  • Surgery – यदि आप गर्भवती होने की कोशिश कर रही हैं, तो आपके गर्भाशय और अंडाशय को सुरक्षित करते हुए एंडोमेट्रियोसिस टिश्‍यू को हटाने के लिए सर्जरी से भी उपचार कर सकते है। और कुछ हद तक आपके गर्भवती होने के संभावना को बड़ा सकते है और सर्जरी के बाद, आपका डॉक्टर्स दर्द को कम करने के लिए हार्मोन दवा लेने की सलाह दे सकता है।

एंडोमेट्रियोसिस और इनफर्टिलिटी

हर एक महिला में कभी न कभी यह सवाल आजाता है की एंडोमेट्रियोसिस और बांझपन के बीच में संबंध क्या है। एंडोमेट्रियोसिस के बजे से गर्भवती होने में कठिनाई कैसे अति है।

ऐसा देखा गया है की इनफर्टिलिटी के १००% महिलावो में से ४०% महिला को एंडोमेट्रियोसिस होता है, जिसके कारण गर्भवती होने में परेशानी आजाती है। अगर आपके cyst का आकर ३ cm से अधिक होता है तोह डॉक्टर्स आपको सर्जरी यानि (keyhole laparoscopic surgery) का जरुरत पढ़ सकती है। इस सर्जरी में डॉक्टर हमेशा जोह tube और ovary का संबंध है वह नार्मल करने का कोशिश करते है। इसको मेडिकल भाषा में fertility enhancing surgeries कहते है।

अगर fallopian tube and ovary के संबंध को अच्छे से maintain किया जाए तोह सर्जरी होने के बाद आपको natural pregnacy या फिर IUI conceive pregnacy chances बहुत बढ़ सकते है। जब किसी महिला को डीप एंडोमेट्रियोसिस होता है उसको अलग करना बहुत महत्वपूर्ण है।

एंडोमेट्रियोसिस होने पर क्या खाएं और क्या न खाएं?

एंडोमेट्रियोसिस में आपको अच्छा खान-पान रखना बहुत जरुरी है। अगर आपने अच्छे पोषक तत्वों से भरपूर खाना सेवन किया तोह आपको कुछ हद तक एंडोमेट्रियोसिस के दौरान होने वाले दर्द को कम कर सकता है। 

  • आपको भरपूर मात्रा में फल, दाल, सब्जियां, चिया सीड्स और बेक्ड बीन्स जैसे फाइबर से भरपूर पदार्थ का सेवन करना चाहिए। 
  • फैटी एसिड से भरपूर खाद्य पदार्थ, जैसे सैल्मन और अखरोट का भी सेवन करना चाहिए। 
  • साबुत अनाज, जैसे होल पास्ता और ब्राउन राइस।

आपको इन खाद्य पदार्थ का सेवन अपने दैनिक जीवन में बढ़ाना होगा और हो सके तोह आपको शराब, कैफीन, Fatty meat, Processed foods और Sugary drinks जैसे पदार्थ का सेवन बंद करे।

निष्कर्ष (Conclusion)

एंडोमेट्रियोसिस की बीमारी महिलाओं में बांझपन का एक आम कारण है। विभिन्न स्तर और तरीके प्रजनन क्षमता को प्रभावित कर सकते हैं। जबकि एंडोमेट्रियोसिस के चिकित्सा उपचार से सहज गर्भावस्था दर में सुधार नहीं होता है, सर्जरी को न्यूनतम-हल्के मामलों के लिए फायदेमंद दिखाया गया है।

एंडोमेट्रियोसिस के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

1. एंडोमेट्रियोसिस की समस्या किस कारण से होती है?

एंडोमेट्रियोसिस की समस्या का सबसे मुख्य कारण है की फैलोपियन ट्यूब में ब्लॉकेज हो जाना।

2. क्या यह जानलेवा बीमारी है?

एंडोमेट्रियोसिस एक दर्दनाक स्थिति है जो आपके जीवन की गुणवत्ता को प्रभावित कर सकती है, पर यह घातक बीमारी है।

3. यह कितना दर्दनाक होता है?

एंडोमेट्रियोसिस यह बहुत दर्दनाक होता है।

4. एंडोमेट्रियम का साइज कितना होना चाहिए?

अगर एंडोमेट्रियम का साइज 11 से 15 मिमी की थिकनेस है तोह इसमें खतरा नहीं होता है।

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