High Blood Pressure: लक्षण, कारण, निदान इलाज, और व्यायाम

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High Blood Pressure Meaning in Hindi

हाई ब्लड प्रेशर (High Blood Pressure) धमनियों में रक्त का दबाव बढ़ जाना है, और इसे हाइपरटेंशन भी कहा जाता है।

उच्च रक्तचाप क्या होता है?

हाई ब्लड प्रेशर यानि हाइपरटेंशन, जिसमें व्यक्ति की Arteries में ब्लड फ्लो काफी तेज़ हो जाता है उसे हाई ब्लड प्रेशर कहाँ जाता है। और इसका उल्टा लो ब्लड प्रेशर, जिसमें व्यक्ति की Arteries में ब्लड फ्लो कम हो जाता है उसे लो ब्लड प्रेशर कहते है। उदाहरण के लिए, अगर आप ब्लड प्रेशर से पीड़ित है तोह 110/70 का रक्तचाप नार्मल सीमा के भीतर है।

उच्च रक्तचाप के क्या लक्षण होते है ?(Symptoms of high blood pressure in Hindi)

Causes of high blood pressure in Hindi

आपको बिना किसी लक्षण के वर्षों तक हाई ब्लड प्रेशर हो सकता है। अनियंत्रित हाई ब्लड प्रेशर दिल का दौरा और स्ट्रोक सहित गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं के आपके जोखिम को बढ़ा सकता है।  इसलिए आपको  हाई ब्लड प्रेशर के लक्षण को जानना जरुरी है :

  • हमेंशा सिरदर्द हो जाना – हाई ब्लड प्रेशर में मरीज को लगातार सिरदर्द जैसे लक्षण दिखने को मिलते है। वैसे तोह सिरदर्द के बहुत सारे कारण है जैसे की नींद की कमी, तनाव और हमेशा मोबाइल या लैपटॉप पर घुसे रहना जैसे कारणों से लोगों में सिरदर्द की समस्या हो जाती है। इस जैसे कारण को दवाई के माध्यम से ठीक तोह किया जाता है पर लंबे समय तक इसका सेवन करके भी कुछ नतीजा नज़र ना आजाये तोह, आप हाई ब्लड प्रेशर का शिकार हो सकते है। अगर आपको लगातार सिरदर्द हो रहा है, तोह आपको डॉक्टर की सलाह जरूर लेनी चाहिए। 
  • हमेशा थकान महसूस होना – ऐसे कई कारण है जिसमें थकान महसूस होती है पर हाई ब्लड प्रेशर भी इसमें शामिल है। थकान की भावना उच्च रक्तचाप की दवाओं, जीवनशैली स्थितियों से भी जुड़ी हो सकती है।
  • सीने में दर्द महसूस होना – फेफड़ों की धमनियों में उच्च रक्तचाप, यह कंडीशन फेफड़ों में रक्त ले जाने वाली धमनियों को एफेक्ट करती है और सीने में दर्द पैदा कर सकती है। अगर आपको सीने में दर्द हो रहा है , तोह आपको जल्द से जल्द अच्छे डॉक्टर के पास जाना चाहिए। 
  • सांस लेने में तकलीफ होना – आपके फुफ्फुसीय धमनियों में उच्च रक्तचाप होना मतलब Pulmonary हाइपरटेंशन है। फुफुस आपके हदय से जुड़ा हुवा है।  सांस लेने में तकलीफ होना यह हृदय रोग का आम कारण हैं।  आपको डॉक्टर की सलाह से इसका इलाज जल्द से जल्द शुरू करना चाहिए।
  • दिल में अनियमित धड़कन – अगर आपकी धड़कन अनियमति गति से हो रही है तोह आपको हाई ब्लड प्रेशर की संभावना ज्यादा हो सकती है , यह हाई बीपी की मुख्य कारणों से एक है। 
  • नज़र कमजोर होना – अगर आपका ब्लड प्रेशर हाई है तोह आपके रेटिना में रक्त के प्रवाह में कमी से धुंधली दृष्टि जैसे संकेत दिख सकते है।
  • पैरों में सूजन – डॉक्टर के मुताबिक हाई ब्लड प्रेशर मरीज में पैरों में सूजन भी एक आम कारण है। 

हाई ब्लड प्रेशर में मरीज को और भी कई सारे लक्षण दिख सकते है। अगर आपको ऊपर दिए गए उच्च रक्तचाप के लक्षण दिख रहे है तोह आपको डॉक्टर की सलाह से उपचार की जरुरत है।  

आपको डॉक्टर को कब दिखाना चाहिए?

यदि आपका रक्तचाप 180/120 मिमी एचजी से अधिक है, तो आपको जल्द से जल्द डॉक्टर की सहायता लेनी चाहिए। अगर आपको यह परिणाम रक्त दाब मॉनीटर में मिलता है तोह तो पांच दस मिनट प्रतीक्षा करें और फिर से जांच करे। यदि आपको अभी भी यह उच्च रक्तचाप है तो आपको अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।

उच्च रक्तचाप के क्या कारण होते है ? (Causes of high blood pressure in Hindi)

हाई ब्लड प्रेशर के कई सारे कारण है और उच्च रक्तचाप दो प्रकार के होते है प्राथमिक उच्च रक्तचाप (प्राइमरी हाइपरटेंशन) और दूसरा माध्यमिक उच्च रक्तचाप (सेकेंडरी हाइपरटेंशन) :

प्राइमरी हाइपरटेंशन के कारण

  1. हाइपरटेंशन जैसे बीमारी अगर अपने परिवार में किसी को हो चुकी है तोह इसकी संभावना है की यह आपको भी हो सकती है।
  2. बढ़ती उम्र भी एक हाई ब्लड प्रेशर का कारण है। 
  3. मोटापा, आधुनिक अस्वस्थ जीवनशैली में भी हाई ब्लड प्रेशर जैसे मामले देखे गए है। 

सेकेंडरी हाइपरटेंशन के कारण

  1. किडनी की अन्य समस्याएं । 
  2. नमक  या फिर  एल्कोहॉल का सेवन करना। 
  3. नींद ना आना। 
  4. थायरॉइड की समस्या। 
  5. तनाव
  6. व्यायाम न करना । 

यह ऊपर दिए गए हाई ब्लड प्रेशर के कारण है , जोह ज्यादातर लोगो में पाए जाते है। यदि आपको इनमें से कुछ संकेत दिख रहे है, तोह अच्छे कार्डियोलॉजिस्ट के पास जाकर इसका इलाज करवाना चाहिए।

उच्च रक्तचाप के जोखिम कारक (Risk factors)

  • मधुमेह
  • अस्वास्थ्यकारी आहार
  • कोई भबि फिजिकल एक्टिविटी नहीं करना 
  • मोटापा
  • बहुत ज्यादा शराब का सेवन करना 
  • तंबाकू का सेवन 
  • आनुवंशिकी और पारिवारिक इतिहास
  • गर्भावस्था (गर्भावधि उच्च रक्तचाप)
  • सोरायसिस

उच्च रक्तचाप की जटिलताएं (Complications )

जब आपका रक्तचाप बहुत अधिक होता है, तो यह आपके रक्त वाहिकाओं, हृदय और अन्य अंगों, जैसे मस्तिष्क, गुर्दे और आंखों पर अतिरिक्त दबाव डालता है। इसके कारण कई गंभीर और संभावित जीवन-धमकाने वाली स्वास्थ्य स्थितियों के जोखिम को बढ़ा सकती है, जैसे:

  • दिल की बीमारी।
  • हार्ट अटैक।
  • स्ट्रोक
  • दिल की धड़कन रुकना।
  • बाहरी धमनी की बीमारी।
  • महाधमनी धमनीविस्फार।
  • गुर्दे की बीमारी।
  • डिमेंशिया हो सकता है।

अगर आप उच्च रक्तचाप से पीड़ित है तोह आपको जल्दी डॉक्टर से संपर्क करने की आवश्यकता है।  क्युकी उच्च रक्तचाप आपके बहुत सारी बीमारी होने का कारण बन सकती है।

उच्च रक्तचाप का निदान (Diagnosis)

अगर आपका सिस्टोलिक या डायस्टोलिक रक्तचाप लगातार 130 मिमी एचजी या उससे अधिक बढ़ता है, तो आपको उच्च रक्तचाप होता है। यदि आपका रक्तचाप लगातार 120/80 मिमी एचजी से अधिक है, तो अपने डॉक्टर से परामर्श लें।

उदाहरण

सिस्टोलिक (mm Hg)

डायस्टोलिक (mm Hg)

ठेठ (Standard)

120 से नीचे

80 से नीचे

उच्च रक्तचाप

120–129

80 से नीचे

स्टेज 1 उच्च रक्तचाप

130–139

80–90

स्टेज 2 उच्च रक्तचाप

140 या फिर उसके ऊपर

90 या फिर उसके ऊपर

उच्च रक्तचाप संकट

180 के ऊपर

120 के ऊपर

उच्च रक्तचाप के खतरे और दुष्प्रभाव

ऐसा नहीं है की अगर आपको उच्च रक्तचाप लक्षण नहीं नज़र आ रहे है तोह आपके यह समस्या नहीं है। यह बीमारी आपको विकसित होने से पहले वर्षों तक चुपचाप शरीर को नुकसान पहुंचा सकता है। उच्च रक्तचाप आपको बहुत सारे खतरों में दाल सकता है जैसे की 

  • धमनियों को नुकसान
  • दिल को नुकसान
  • दिमाग को नुकसान
  • किडनी को नुकसान
  • आंखों को नुकसान
  • यौन रोग
  • उच्च रक्तचाप आपात स्थिति अदि 

आपके के लिए अच्छी खबर यह है कि आपके डॉक्टर नियमित जांच से उच्च रक्तचाप की पहचान कर सकता है। यदि पाया जाता है, तो दवा और हृदय-स्वस्थ जीवनशैली में बदलाव के संयोजन का उपयोग करके इसका सफलतापूर्वक इलाज किया जा सकता है। 

उच्च रक्तचाप और निम्न रक्तचाप में अंतर(Difference Between Low BP & High BP)

उच्च रक्तचाप आपके हृदय को रक्त पंप करने के लिए अधिक मेहनत करता है। उच्च रक्तचाप होने से आपके दिल का दौरा, स्ट्रोक और गुर्दे की विफलता का खतरा बढ़ जाता है, जबकि हाइपोटेंशन तब होता है जब आपका रक्तचाप 90 और 60 से नीचे हो जाता है।

उच्च रक्तचाप का परीक्षण कैसे करते है ? (Hypertension Tests in Hindi)

यदि आपको या आपके घर में किसी को उच्च रक्तचाप है, तो डॉक्टर निदान की पुष्टि करने के लिए परीक्षणों की सिफारिश करते है जैसे की –

  • यूरिन टेस्ट
  • ब्लड टेस्ट 
  • कोलेस्ट्रॉल टेस्ट
  • लैब परीक्षण
  • इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम (हार्ट की ईसीजी या ईकेजी)
  • इकोकार्डियोग्राम

उच्च रक्तचाप उपचार

हर साल लोगो की लापरवाही की बजे से हज़ारो से भी ज्यादा इसके कारण मर जाते है क्युकी लोग इस बीमारी की बहुत सामान्य समझते है।  पर हाई ब्लड प्रेशर का भी इलाज संभव है।  इसको कई तरीके से रोका जा सकता है जैसे की –

  1. स्वस्थ आहार लेना – साबुत अनाज, फल, सब्जियां, कम वसा वाले डेयरी उत्पाद और कम संतृप्त वसा और कोलेस्ट्रॉल का सेवन उच्च रक्तचाप को 11 मिमी एचजी तक कम कर सकता है।
  2. अपने आहार में नमक कम करें – अपने आहार में सोडियम की थोड़ी सी कमी भी हृदय स्वास्थ्य में सुधार कर सकती है और उच्च रक्तचाप को लगभग 5 से 6 मिमी एचजी तक कम कर सकती है।
  3. शराब कम करें और धूम्रपान छोड़ दें – अगर आप शराब जैसे पेय जैसे का शोक रखते हो तो आपको शराब कम करना चाहिए और धूम्रपान पूरी तरह से बंद करना चाहिए।  क्युकी धूम्रपान हाई ब्लोड्ड प्रेशर को बड़ा देता है। 
  4. रात को अच्छी नींद लेना – माना की आजकल की आधुनिक दुनिया में वर्क लोड के बजे से रात की पूरी नींद पूरी नहीं होती। पर आपको आपके सेहत के लिए अच्छी नींद लेना बेहत जरुरी है। यह सिर्फ आपके ब्लड प्रेशर को ही नहीं तोह बहुत सारे बीमारी को रोक सकते है। 
  5. तनाव कम करना – उच्च रक्तचाप लंबे समय तक भावनात्मक तनाव के कारण हो सकता है। यह पता लगाने के लिए और अधिक शोध होगा कि क्या तनाव कम करने की तकनीक रक्तचाप को कम कर सकती है।
  6. होम्योपेथिक या फिर आयुर्वेदिक इलाज लेना। 
  7. दिल की सर्जरी – जब उच्च रक्तचाप में किसी भी तरह का इलाज काम नहीं कर रहा तोह , डॉक्टर पीड़ित मरीज को हार्ट ट्रांसप्लांट जैसे दिल की सर्जरी की भी सलाह दे सकते है। 

उच्च रक्तचाप वाले खाद्य पदार्थ जिनसे बचना चाहिए (high blood pressure foods to avoid)

आहार आपके रक्तचाप पर एक बड़ा प्रभाव डाल सकता है। जैसे की अच्छा खाने के सेवन करने से आपकी अच्छी हेल्थ बन सकती है, वैसे ही अगर आप उच्च रक्तचाप के लिए निचे दिए गए खान पान बंद किये तोह आपके सेहत के लिए अच्छा है जैसे की –

  • बाहर का unhealthy खाना नहीं खाना चाहिए।  (Junk Food)
  • जमा हुआ भोजन। (Frozen)
  • नमकीन स्नैक्स।
  • मसालेदार भोजन 
  • ब्रेड
  • सोप्स 
  • टमाटर का रस और सॉस।
  • Processed Meat

हाई बीपी के लिए व्यायाम:

यदि आप इसे अपनी आदत बना लें तो व्यायाम आपके रक्तचाप को कम करने में मदद कर सकता है। आपको अधिक ऊर्जा देने के अलावा, यह तनाव को भी कम करता है और आपको बेहतर महसूस कराता है।

यदि आप पहले से सक्रिय नहीं हैं, तो पहले अपने डॉक्टर से परामर्श करें। वे सुनिश्चित करेंगे कि आप व्यायाम करने के लिए तैयार हैं या नहीं। आपका डॉक्टर सक्रिय जीवनशैली को मंजूरी दे सकता है क्योंकि यह आपके रक्तचाप के लिए अच्छा है।

आपको अच्छी सेहत के लिए कार्डियोवास्कुलर, या एरोबिक, व्यायाम आपके रक्तचाप को कम करने में मदद कर सकता है। कई प्रकार के व्यायाम हैं, जैसे चलना, टहलना, रस्सी कूदना, साइकिल चलाना, उच्च या निम्न-प्रभाव वाले एरोबिक्स, तैराकी और पानी एरोबिक्स।

आप योगा भी कर सकते हो जैसे की बालसाना, हल योग मुद्रा, उपविष्ठ कोणासन, सेतु बंध सर्वांगासन, सवासना अदि ।

सारांश

ज़ी न्यूज़ इंडिया के अनुसार हर साल 10 मिलियन से भी ज्यादा मौतें हाईपरटेंशन यानि हाई ब्लड प्रेशर की कारण होती है, जिसमें से अकेले भारत में 1.6 मिलियन लोगों की जान जाती है। हाई ब्लड प्रेशर को सामान्य समझना नहीं चाहिए यह एक गंभीर बीमारी है, और यह दिन भर दिन बढ़ती ही जा रही है। पर ऊपर दिए गए लक्षण को समझकर आप तुरंत फैसला लेकर डॉक्टर से संपर्क करे और हाई ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करे।

उच्च रक्तचाप के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

1. क्या उच्च रक्तचाप अनुवांशिक है?

हा, उच्च रक्तचाप यानि की हाई ब्लड प्रेशर एक अनुवांशिक बीमारी है। अगर आपके घर में किसी को यह बीमारी पहले हो चुकी है , तोह यह आपको भी होने के अधिक संभवना है।

2. ब्लड प्रेशर हाई होने पर आप क्या महसूस करते हैं?

ब्लड प्रेशर हाई होने पर आप मध्यम या गंभीर सिरदर्द, चिंता, सांस की तकलीफ, नाक से खून आना, धड़कन, या गर्दन में धड़कन को महसूस कर सकते है।

3. क्या खूब पानी पीने से रक्तचाप कम हो सकता है?

खूब पानी पीने से रक्तचाप कम नहीं होता है। पर, पानी में कैल्शियम और मैग्नीशियम जैसे मिनरल्स को मिलकर पिया जाये तोह उसका प्रभाव दिखाई देता है। इन दोनों पोषक तत्वों से भरपूर पानी के सेवन करने से ब्लड प्रेशर काफी कम हो जाता है। पर इसके बार्रे में डॉक्टर से एक बार जरूर पूछे।

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