क्या ब्रेस्ट कैंसर में दर्द होता है?

जबकि स्तन कैंसर आमतौर पर स्तन या निप्पल में दर्द का कारण नहीं बनता है, यह जानना महत्वपूर्ण है कि कुछ स्तन कैंसर वास्तव में दर्द के साथ हो सकते हैं। हालांकि, यह ध्यान देने योग्य है कि महिलाओं में मासिक धर्म चक्र के दौरान स्तन दर्द या बेचैनी आमतौर पर हार्मोनल परिवर्तनों से जुड़ी होती है। इसके अतिरिक्त, मास्टिटिस जैसी कुछ गैर-कैंसरयुक्त स्तन स्थितियां भी अचानक दर्द का कारण बन सकती हैं।

ब्रेस्ट कैंसर का दर्द आमतौर पर बाद के स्टेज में होता है, जब कैंसर बढ़ रहा होता है और आसपास के ऊतकों में फैल रहा होता है।

इसलिए, यदि किसी महिला को स्तन या निप्पल में दर्द हो रहा है, तो इसे सीरियसली लेना चाहिए और चिकित्सा पेशेवर की सलाह लेनी चाहिए। अगर स्तन दर्द तेज है, बढ़ता है, और बाकी सामान्य स्तन दर्द के साथ नहीं मिलता है, तो इसे जल्दी से जांच कराना चाहिए। स्तन कैंसर के अलावा, दूसरी स्तन संबंधित समस्याएं भी दर्द का कारण बन सकती हैं और उन्हें उपचार की आवश्यकता हो सकती है।

ब्रेस्ट कैंसर के शुरुआती लक्षण, ब्रेस्ट में दिखें ये 4 बदलाव तो हो जाएं सावधान

यदि आपको निम्नलिखित बदलावों का अनुभव होता है, तो आपको सतर्क रहना चाहिए और अपने स्वास्थ्य देखभाल टीम के साथ परामर्श करना चाहिए:

  1. नया गांठ या मोटापा: स्तन कैंसर के सबसे आम पहले संकेत में से एक है नयी गांठ का पता चलना या स्तन ऊतकों में मोटापा का अनुभव होना। ये गांठ आस-पास के स्तन ऊतकों से भिन्न महसूस हो सकती हैं या दर्द नहीं करती हो सकती हैं।
  2. स्तन के आकार या आकृति में परिवर्तन: अपने स्तन के आकार या आकृति में किसी भी प्रमुख परिवर्तन का ध्यान रखें। इसमें से एक स्तन दूसरे से बड़ा या नीचे दिख सकता है, या स्तन की आकृति में दिखाई देने वाले किसी तरलता का पता चल सकता है।
  3. निप्पल में परिवर्तन: निप्पल में किसी भी परिवर्तन के लिए ध्यान दें, जैसे कि निप्पल का अंदर चला जाना (इनवर्जन), लालिमा, खाली फूलना, या निकाल (विशेषकर यदि वह रक्तीय या स्पष्ट हो)। ये परिवर्तन एक या दोनों निप्पलों में हो सकते हैं।
  4. त्वचा में परिवर्तन: सतर्क रहें यदि आपको स्तन पर किसी असामान्य त्वचा में परिवर्तन का अनुभव होता है, जैसे कि लालिमा, गढ्ढे, नग्नता, या मोटापा। साथ ही, प्यू डी ऑरेंज के रूप में जानी जाने वाली स्तन की त्वचा की एक नारंगी चिकनाहट भी चिंता का कारण हो सकती है।
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स्तन कैंसर से बचने के उपाय

स्तन कैंसर से बचने के लिए निम्नलिखित उपाय अपनाए जा सकते हैं:

  1. नियमित स्तन परीक्षण: नियमित रूप से स्तन परीक्षण कराना महत्वपूर्ण है। आपको स्वयं और चिकित्सा पेशेवर की सहायता से स्तनों की जांच करनी चाहिए। यदि आप किसी गांठ, परिवर्तन या अन्य संकेतों का अनुभव करते हैं, तो तुरंत चिकित्सक की सलाह लेनी चाहिए।
  2. स्वस्थ जीवनशैली: स्वस्थ जीवनशैली अपनाना स्तन कैंसर से बचाव में मददगार हो सकता है। यह सेवन करें:
    स्वस्थ आहार: पूरे अन्नों का सेवन करें, प्रोटीन सहित सभी पोषक तत्वों को सम्मिलित करें, अधिकतम फल और सब्जियाँ खाएं, और प्रोसेस्ड और तला हुआ खाना कम सेवन करें।
    • व्यायाम: नियमित शारीरिक गतिविधि करें, जैसे कि योग, व्यायाम, या स्वास्थ्य सेंटर में कसरत करना।
    • नैशन को रोकें: धूम्रपान और तंबाकू का सेवन न करें, और शराब की मात्रा को सीमित रखें या नशीली शराब का सेवन न करें।
  3. वजन को नियंत्रित रखें: स्वस्थ वजन को बनाए रखना स्तन कैंसर के खतरे को कम कर सकता है। अगर आपका वजन अधिक है, तो संतुलित आहार और नियमित व्यायाम के माध्यम से उसे कम करने का प्रयास करें।
  4. स्तन स्क्रीनिंग: अपनी उम्र के अनुसार स्तन स्क्रीनिंग परीक्षण कराना महत्वपूर्ण है। मामोग्राम, उल्ट्रासाउंड या अन्य इमेजिंग टेस्टों का नियमित अनुसार आपकी जांच करवाएं।
  5. जागरूकता और जानकारी: स्तन कैंसर के संबंध में जागरूक रहें और जानकारी प्राप्त करें। स्तन कैंसर के लक्षणों, स्क्रीनिंग के लिए उपलब्ध विकल्पों और उपयुक्त जांच की जानकारी के बारे में जागरूक होना महत्वपूर्ण है।

यदि आपको स्तन कैंसर से संबंधित संकेत मिलते हैं, तो तत्परता के साथ चिकित्सक से परामर्श करना आवश्यक है। वह आपको आपके व्यक्तिगत परिस्थितियों के आधार पर उपयुक्त सलाह और जांच की योजना प्रदान करेंगे।

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