कैंसर क्यों होता है? | Cancer Kyu Hota Hai
कैंसर का कारण विज्ञान और चिकित्सा के कई विभिन्न पहलुओं से संबंधित होता है। यह एक ऐसी बीमारी है जिसमें अनियमित रूप से शरीर के कोशिकाओं में अनियंत्रित विकास होता है। इसमें शरीर के सामान्य कोशिकाएं अनियंत्रित रूप से बढ़ने लगती हैं और नए कोशिकाएं तैयार होती हैं, जिन्हें अनियंत्रित रूप से तेजी से विकसित होने की आवश्यकता नहीं होती है।
कैंसर के कारण निम्नलिखित कारकों का प्रभाव हो सकता है:
- आनुवंशिक कारण: व्यक्ति के आनुवंशिक गुणों में परिवर्तन होने पर कैंसर के विकास का खतरा बढ़ सकता है। इसमें विशेष रूप से जीन में मौजूद बदलाव शामिल हो सकते हैं जो विकास के लिए अधिक प्रवृत्ति को प्रोत्साहित करते हैं।
- वातावरणिक कारक: कैंसर के विकास में वातावरणिक कारकों का भी महत्वपूर्ण योगदान हो सकता है। धूप की अधिकता, वायु प्रदूषण, अपशिष्ट आहार, तंबाकू या अल्कोहल का सेवन, औषधियों का अनुचित उपयोग, इत्यादि इसके उदाहरण हो सकते हैं।
- शरीर के अन्य रोग: कई बार शरीर में मौजूद अन्य रोग, जैसे कि प्राकृतिक संक्रमण, एचआईवी इन्फेक्शन, हेपेटाइटिस, शराब पीने के कारण पैदा हुए रोग, आदि, कैंसर के विकास का कारण बन सकते हैं।
- अनियमित जीवनशैली: नियमित या स्वस्थ जीवनशैली ना रखना, जैसे कि अव्यवस्थित खान-पान, अल्कोहल और तंबाकू का सेवन, शारीरिक गतिविधियों की कमी, स्ट्रेस, इत्यादि, कैंसर के विकास में योगदान कर सकती हैं।
- आहार: अनियमित और अपूर्णाहारी आहार कैंसर के विकास का कारण बन सकता है। प्रोसेस्ड फूड्स, रिफाइन्ड शक्कर, पैकेज्ड और प्रेसर्वेटिव्ड खाद्य पदार्थ, अधिक तला हुआ और पका हुआ खाना, तेजी से बढ़ती जंक फूड की खपत, अपूर्णाहार, अधिक फैट और कैलोरी की मात्रा आदि आहारिक कारण हो सकते हैं।
- धूप की अधिकता: अधिक धूप में लंबे समय तक एक्सपोजर होना कैंसर के विकास का कारण बन सकता है। अत्यधिक सूर्य किरणों के संपर्क में रहने से त्वचा कैंसर (स्किन कैंसर) के विकास की संभावना बढ़ती है।
- हॉर्मोनल कारक: कुछ कैंसर प्रकार, जैसे स्तन कैंसर और प्रोस्टेट कैंसर, हॉर्मोन्स के अनियमित स्तरों के कारण विकसित हो सकते हैं। हॉर्मोन्स की अत्यधिकता या अभाव, हॉर्मोनल इम्बैलेंस, यौन हॉर्मोनों के जीनों में परिवर्तन इत्यादि इ
कैंसर के कारणों को पूरी तरह से समझना और प्रभावी उपचार की प्रक्रिया में विज्ञान और चिकित्सा साझा करना महत्वपूर्ण है।
कैंसर से कैसे बचा जा सकता है?
कैंसर से बचाव के लिए निम्नलिखित कार्रवाईयाँ अपनाई जा सकती हैं:
- नियमित रूप से स्वस्थ आहार लें और स्वस्थ वजन बनाए रखें।
- तंबाकू या अल्कोहल का सेवन न करें या इनकी मात्रा को सीमित करें।
- सूर्य की धूप से बचने के लिए उचित संरक्षा का उपयोग करें और सुरक्षा के नियमों का पालन करें।
- नियमित रूप से शारीरिक गतिविधियों को सम्पादित करें और व्यायाम करें।
- नियमित चेकअप और स्क्रीनिंग टेस्ट करवाएं।
- वातावरणिक प्रदूषण से बचें और स्वच्छता के नियमों का पालन करें।
FAQs
कैंसर एक गंभीर बीमारी है जिसमें शरीर के किसी भी भाग में अनियमित रूप से विकसित होने वाली अनियंत्रित कोशिकाएं होती हैं। यह अनियंत्रित विकास करती हैं और आसपासी स्वस्थ कोशिकाओं को भी प्रभावित करती हैं।
कैंसर के लक्षण विभिन्न हो सकते हैं और इन्हें बदलते समय के साथ देखा जा सकता है। कुछ सामान्य लक्षणों में शामिल हो सकते हैं: अनुभूति की कमी, वजन में गिरावट, थकान, त्वचा की परतों में बदलाव, नियमित बुखार, विशेषतः अवांछित वजन कम होना, नाक या मुंह से खून आना, निगलने में समस्या, विभिन्न शरीर क्षेत्रों में दर्द, गाली या घाव जो ठीक नहीं होते हैं। हालांकि, ये लक्षण अन्य स्वास्थ्य समस्याओं के कारण भी हो सकते हैं, इसलिए यदि ऐसे लक्षण दिखाई दें, तो चिकित्सक से परामर्श लेना जरूरी है।
कैंसर का इलाज व्यक्ति के कैंसर के प्रकार, स्थिति और चरण पर निर्भर करेगा। सामान्यतः इलाज के लिए सर्जरी, केमोथेरेपी, रेडिएशन थेरेपी, इम्यूनोथेरेपी, हार्मोन थेरेपी या टारगेटेड थेरेपी जैसे विभिन्न तकनीकों का उपयोग किया जा सकता है।