मलेरिया के लक्षण – मलेरिया के संकेतों के बारे में हिंदी में जानें

मलेरिया एक गंभीर और कभी-कभी जानलेवा बीमारी है जो मच्छरों के काटने से फैलती है। यह परजीवी मच्छरों के द्वारा होती है जो मनुष्यों पर काटने के बाद उनमें संक्रमण फैला सकते हैं। मलेरिया के चार प्रकार होते हैं: प्लास्मोडियम फाल्सिपेरम, पी. विवैक्स, पी. ओवले और पी. मलेरिया। 

साथ ही, पूर्व-अफ्रीका और दक्षिण एशिया जैसे क्षेत्रों में मंदरात मधुमक्खी के बीमार संक्रमण से मनुष्यों को भी मलेरिया हो सकती है, जिसे “जूनोटिक मलेरिया” कहा जाता है। प्लास्मोडियम फाल्सिपेरम मलेरिया में सबसे गंभीर संक्रमण होता है, जो समय पर उपचार नहीं हुआ तो मौत का कारण बन सकता है।

Malaria-Symptoms-in-Hindi

मलेरिया के लक्षण हिंदी में

मलेरिया एक मौसमी बीमारी है जिसे मौसम बदलने के साथ मच्छरों के काटने से फैलता है। यह परजीवी प्लास्मोडियम फैलिसिपारम द्वारा होता है। मलेरिया के लक्षण इन्फेक्शन के प्रकार और व्यक्ति के शारीरिक प्रतिरक्षा पर निर्भर करते हैं। निम्नलिखित हैं कुछ आम लक्षण जो मलेरिया में देखे जा सकते हैं:

  • बुखार

यह सबसे महत्वपूर्ण लक्षण है जो मलेरिया की पहचान में मदद करता है। इसके साथ बुखार के साथ तेजी से बदलने वाला तापमान होता है।

  • ठंडी

मलेरिया में रोगी ठंड बहुत महसूस करते हैं और शिवार होता है।

  • तनाव

मलेरिया में शरीर में तनाव की स्थिति होती है, जिससे व्यक्ति बेचैन और अस्थायी लगता है।

  • दर्द

मलेरिया के लक्षणों में दर्द भी शामिल होता है। सिर दर्द, मांसपेशियों में दर्द और पेट में दर्द आम रूप से देखे जाते हैं।

  • थकान

मलेरिया रोगी थकान और कमजोरी महसूस कर सकते हैं।

  • उल्टी और उल्टी की इच्छा

मलेरिया में उल्टी और उल्टी की इच्छा भी हो सकती है।

  • गर्मी

मलेरिया रोगी को गर्मी महसूस हो सकती है, जो उन्हें असहज बना सकती है।

यदि आपको इन लक्षणों में से किसी भी लक्षण का संकेत मिलता है, तो आपको जल्द से जल्द एक अपने नजदीकी डॉक्टर से Consultation करना चाहिए और उपचार करवाना चाहिए।

मलेरिया के प्रकार (Types of Malaria)

मलेरिया के चार प्रमुख प्लाज्मोडियम प्रकार हैं जिनके बारे में जानकारी दी जा सकती है।

1. प्लाज्मोडियम विवैक्स (पी.वी.) – Most widely distributed

यह सबसे आम प्लाज्मोडियम प्रकार है और सबसे व्यापक रूप से पाया जाता है। यह मलेरिया के सभी संक्रमणों का लक्षण हो सकता है।

2. प्लाज्मोडियम ओवले (पी.ओ.) – The rarest type

यह सबसे दुर्लभ प्लाज्मोडियम प्रकार है और अत्यंत कम मामलों में पाया जाता है। इस प्रकार के मलेरिया के लक्षण विशेष रूप से बुखार और शरीर में तनाव के रूप में प्रकट हो सकते हैं।

3. प्लाज्मोडियम मलेरिया (पी.एम.) – Not as widespread

यह प्लाज्मोडियम प्रकार विस्तृत रूप से नहीं फैला होता है और कुछ विशेष क्षेत्रों में ही पाया जाता है। इसके लक्षण बुखार, थकान, दर्द और उल्टी की इच्छा हो सकती है।

4. प्लाज्मोडियम फाल्सीपेरम (पी.एफ.)- The most dangerous

यह सबसे खतरनाक प्लाज्मोडियम प्रकार है और जानलेवा मलेरिया के लक्षण प्रदान करता है। यह मलेरिया की अधिकांश मौतों का कारण होता है। इसके लक्षण में गंभीर बुखार, शिवार, उल्टी, श्वसन की परेशानी, तेज दर्द और थकान शामिल हो सकती हैं।

संक्रमित मच्छर द्वारा काटे जाने के बाद कोई व्यक्ति कितनी जल्दी बीमार महसूस करेगा?

मलेरिया के मच्छरों द्वारा काटे जाने के बाद, किसी व्यक्ति को मलेरिया के लक्षण महसूस होने में थोड़ा समय लग सकता है। इसे “इनक्यूबेशन अवधि” कहा जाता है और अक्सर व्यक्ति की शारीरिक प्रतिरक्षा, मच्छर के संक्रमण के स्तर और प्लास्मोडियम के प्रकार पर निर्भर करता है।

आमतौर पर मलेरिया के लक्षण दिखने में 7 से 30 दिन का समय लग सकता है, लेकिन कभी-कभी यह समय छोटा या लंबा भी हो सकता है। इसलिए, यदि किसी व्यक्ति को मलेरिया के मच्छरों द्वारा काटे जाने के लक्षण महसूस हुए हैं, तो उन्हें तुरंत डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए। चिकित्सा विशेषज्ञ व्यक्ति के लक्षणों, परीक्षणों और उतने ही उपचार में मदद करेंगे जितनी व्यक्ति को आवश्यकता हो सकती है।

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